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किसी को आधार कार्ड भेजना हो तो सिर्फ MASKED आधार ही भेजिए, जानिये कैसे : मोहित बजाज (एडवोकेट),साइबर एक्सपर्ट

ज़रूरी सूचना ! (आधार कार्ड से जुड़ी) : सावधान रहें आपके आधार नंबर एवं मोबाइल नंबर साझा होने से साइबर अपराध होने का खतरा, इसलिए कहीं भी आधार कार्ड देने की आवश्यकता पड़े तो आप masked आधार कार्ड का ही प्रयोग करें…..

Mohit Bajaj (Advocate), Cyber Expert

Member – Cyber Crime Control Board of India

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड से मिस्यूज को रोकने के लिए एक तरीका निकाला था। यह तरीका Masked Aadhaar है। अगर आप इस आधार वर्जन का इस्तेमाल करते हैं तो आपको जो आधार मिलेगा उसमें आधार संख्या के 8 अंक छिपे हुए होंगे। इसमें आखिरी के चार अंक दिखाई देते हैं। अगर आपको कहीं भी अपना आधार कार्ड शेयर करना है तो आप Masked Aadhaar दे सकते हैं। इससे आपकी डिटेल्स चोरी होने का खतरा कम हो जाता है। साथ ही यह एक सिक्योर विकल्प बनकर उभर रहा है। इसे डाउनलोड करने का तरीका हम आपको नीचे दे रहे हैं।

Masked Aadhaar कैसे डाउनलोड करें?

1. myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं और Login विकल्प चुनें।

2. अपना आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करने के बाद Send OTP पर क्लिक करें।

3. आपके आधार से जुड़े फोन नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे आपको यहां दर्ज करना होगा। फिर Login पर क्लिक करना होगा।

4. Services सेक्शन से Download Aadhaar चुनें।

5. Do you want a masked Aadhaar? का विकल्प चुनें। यह विकल्प आपको Review your Demographics Data के अंतर्गत मिलेगा।

6. इसके बाद Download पर पर क्लिक करें।

7. अब आप अपने मास्क्ड आधार को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड हो जाएगा।

8. इस आधार कार्ड को खोलने के लिए भी आपको पासवर्ड की जरूरत होती है। इसके लिए आपको पासवर्ड डालना होगा। पासवर्ड है- आपके नाम के पहले चार अक्षर (आधार में) कैप्टिल लैटर में और आपके जन्म के वर्ष को YYYY में डालना होगा। उदाहरण के तौर पर-अगर आपका नाम Payal है और आपका जन्मवर्ष 1990 है तो आपका पासवर्ड होगा PAYA1990

Mob – 9005710003

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दिल्ली: सेक्स चैट के लिए सार्वजनिक किया महिला का नंबर, साइबर एक्सपर्ट, Mohit Bajaj अधिवक्ता ने किया सावधान

मोहित बजाज (अधिवक्ता) , साइबर एक्सपर्ट – आए दिन साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है, रोज नए नए तरीको से साइबर अपराध हो रहे हैं ऐसे में एक रेल कर्मचारी द्वारा सेक्स चैट’ (अश्लील बातचीत) के लिए एक महिला का मोबाइल नंबर कथित रूप से सार्वजनिक किया गया, आरोपी पीड़ित महिला से बदला लेना चाहता था और इस काम के लिए यूट्यूब से सीखकर एक वॉट्सऐप अकाउंट बनाया था।

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Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

आरोपी की पहचान पश्चिमी करावल नगर निवासी अमित यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि अमित ने महिला से बदला लेने के लिए ऐसा किया था क्योंकि महिला ने अपने एक रिश्तेदार की बेटी से संबंध रखने को लेकर उसे डांट दिया था। डांट से ग़ुस्सा हो कर उसने बदला लेने की भावना से उस महिला का नंबर वायरल करने की कोशिश की, महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे कई नंबरों से ‘सेक्स चैट’ के लिए कई संदेश और फोन कॉल आ रहे हैं। पुलिस ने महिला के घर के आस-पास गहन पूछताछ की और अन्य इलेक्ट्रॉनिक विवरण- आईपी एड्रेस समेत- और कई नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड एकत्र किए, जिनसे उसे फोन किया गया था।
इस सन्दर्भ में साइबर एक्सपर्ट , मोहित बजाज (अधिवक्ता) ने कहा की अगर कोई भी आपको इस प्रकार से गुमराह करने की कोशिश करे तो आप डरना नहीं बल्कि सीधा सम्बंधित पुलिस स्टेशन अर्थात महिला हेल्पलाइन आदि में सूचित करें। ऐसे आरोपियों के हौसले तभी बुलंद होते हैं जब आप डरना शुरू करते हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी अमित यादव ने खुलासा किया कि वह भारतीय रेल में कैटरिंग स्टाफ के रूप में काम करता है और जनवरी 2020 में वह एक लड़की के संपर्क में आया था, जो शिकायतकर्ता की बहन थी और उसके साथ ट्रेन में यात्रा कर रही थी।

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संभलकर रहें! त्योहारों का मौसम शुरू होने के साथ ही एक्टिव हो गए साइबर अपराधी

मोहित बजाज (एडवोकेट) , साइबर एक्सपर्ट – त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है और इस दौरान ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये बड़े मार्केट को खोला गया है, ताकि लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर सेल में पूजा की खरीदारी कर सकें. दूसरी तरफ, साइबर क्रिमिनल भी ऑनलाइन शॉपिंग पर घात लगाए बैठे हैं. त्योहारों के मौसम पर बाजारों में रौनक है लोग खरीदारी में मशगूल हैं, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी लोगों का खासा रुझान है, लेकिन इन जगहों पर जरा सी असावधानी आपके बैंक खाते को खाली कर देती है।

इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं साइबर अपराधी न सिर्फ आपको आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि आपको ब्लैकमेल भी कर सकते हैं क्योंकि इन साइट्स पर कई ऐसे ऑफर रहते हैं, जिनपर क्लिक करने के साथ ही आपके मोबाइल में स्पाइवेयर, रैनसम्वेयर जैसे एप इंस्टॉल हो सकते हैं. इससे आपका डेटा चुराया जा सकता है. मामले की जानकारी देते हुए शिमोनि प्रसाद साइबर एक्सपर्ट ने बताया की अब एक नया एप भी आ गया है जिसका नाम है, “की लॉगर” जिससे आप अगर कुछ भी अपने गैजेट्स से टाइप करते हैं तो उसकी इन्फोर्मेशन साइबर अपराधी तक चली जाएगी, जिससे आपके मेल पासवर्ड के साथ अन्य इन्फॉर्मेशन भी चोरी हो सकती है.साइबर अपराधी इन दिनों फिशिंग पेज बना देते हैं और इन फिशिंग पेज पर जाने के साथ ही आप इनके शिकार हो जाते हैं. हालांकि इससे बचने का उपाय है कि आप सतर्क रहें, क्योंकि इन पेजेस का नाम भले बड़े ब्रांड से मिलता जुलता हो, लेकिन इसमें स्पेलिंग एरर होती है, जिसे हम हड़बड़ी में गौर नहीं करते है और इन पेजेस पर जाकर साइबर अपराधियों के आसान शिकार बन जाते हैं. मामले की जानकारी देते हुए रांची एसएसपी ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है और अगर बावजूद उसके वह साइबर फ्रॉड के ट्रैप में फंस जाते हैं तो तुरंत संबंधित थाने को सूचित कर सकते हैं. बहरहाल त्योहारों के मौसम में साइबर अपराधियों की भी चांदी है, ऐसे में सावधान और सतर्क रहना जरूरी है. अगर आप ठगी के शिकार हो जाते हैं तो इसकी जानकारी साइबर सेल को जरूर दें।

Mohit Bajaj (Advocate), Cyber Expert

साइबर ठगों ने युवती का फोन हैक कर अश्लील वीडियो बनाया, सोशल मीडिया पर डाला..

साइबर एक्सपर्ट मोहित बजाज ने बताया कि नोएडा में साइबर ठगों द्वारा एक युवती का मोबाइल फोन हैक कर उसकी निजी जानकारी चुराने और अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया है, फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है

Mohit Bajaj (Advocate), Cyber Expert नोएडा जिले के सर्फाबाद गांव में अज्ञात साइबर ठगों द्वारा एक युवती का मोबाइल फोन हैक कर उसकी निजी जानकारी चुराने और उसका अश्लील वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले लेकर केस दर्ज कर लिया है।
साइबर एक्सपर्ट मोहित बजाज ने बताया कि सर्फाबाद गांव में रहने वाली एक युवती ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसने ऋण लेने के लिए एक एप डाउनलोड किया, उन्होंने बताया कि ऐप डाउनलोड करते ही युवती के पास फोन आने लगे और इसी बीच उसका फोन हैक कर उसकी तस्वीरों सहित निजी जानकारी चुरा ली गईं.मोहित बजाज ने बताया कि शिकायत के अनुसार, साइबर ठगों ने युवती के मोबाइल फोन से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर उसका अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल लिया. थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

RBI के अनुसार लोग फर्जी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप से लोन लेने से बचें. कंपनियों या एप के बारें में जानकारी जरूर चेक कर लें. ऐसी कंपनियां ग्राहकों से ज्यादा ब्याज वसूलती हैं, साथ ही इनमें कई तरह के छिपे हुआ चार्ज होते हैं, जो ग्राहकों को शुरू में पता नहीं होते. फोन के जरिए आपके पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है ।

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बिजली का मीटर ठीक करने के बहाने “लूट लिए एक लाख रूपए” – Cyber Crime

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. जहां एक शातिर ने कुलभूषण वर्मा नाम के व्यक्ति को ठगी का निशाना बनाकर उससे हजार दो हजार नहीं बल्कि 4 लाख रुपये ठग लिए

साइबर एक्स्पर्ट, मोहित बजाज ( एडवोकेट) ने बताया कि आज के समय में ज्यादातर काम ऐसे हैं जो इंटरनेट के माध्यम से ही हो सकते हैं – बैंक, स्कूल, सरकारी दफ्तर से लेकर कई काम जो बिना इंटरनेट के होना संभव ही नहीं हैं “और तो और” कोरोना काल में जब सभी स्कूल, कॉलेज बंद थे उस वक्त इसी इंटरनेट के माध्यम से ही बच्चों की पढ़ाई संभव हो पाई थी, लेकिन जहां लोग इस सुविधा का फायदा ले रहें तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस इंटरनेट सुविधा का गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं।

कुछ लोग इसका जानबूझकर गलत इस्तेमाल करके फंसते हैं तो कुछ लोग जाने अनजाने में ही इसके गलत इस्तेमाल से फंस जाते हैं. इंटरनेट का थोड़ा सा गलत इस्तेमाल आपको बड़ी मुसीबत में डाल देता है. बिजली का मीटर ठीक कराने से शुरू हुई धोखे की कहानी – बता दें, उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी के नजदीकी गांव में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला हैं, जहां कुलभूषण वर्मा नाम के व्यक्ति को एक शातिर ने फोन कर कहा कि उनके बिजली के मीटर में कुछ खराबी आ गई है, जिसकी वजह से आपका बिजली का बिल ज्यादा आएगा अगर आपको इसे ठीक करवाना है तो मैं कम खर्च में ही इसे ठीक कर दूंगा, ऐसे में कुलभूषण वर्मा ने उस व्यक्ति को मीटर सही करने के लिए हां कह दिया इसके बाद शातिर ने कहा कि आपके फोन पर एक मैसेज आएगा वह ओटीपी मुझे बता दीजिएगा , जैसे ही कुलभूषण वर्मा ने शातिर को ओटीपी बताया वैसे ही उस शातिर व्यक्ति ने कुलभूषण वर्मा के खाते से एक लाख रुपये उड़ा लिए कुलभूषण वर्मा को जैसे ही धोखाधड़ी होने का अंदेशा हुआ तो उन्होंने तुरंत पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई।

इस सन्दर्भ में साइबर एक्सपर्ट, Mohit Bajaj (ऐडवोकेट) ने कहा की साइबर ठग रोज नए नए तरीके खोजते हैं लोगो को ऑनलाइन लूटने के लिए , इसलिए सावधान रहना बेहद ज़रूरी है कोशिश सभी को करनी चाहिए की ज़्यादा से ज़्यादा लोगो को साइबर अपराध के बारे में बताते रहें।

For any type of Cyber Crime Legal assistance / Knowledge you can call at – 9005720003 (Cyber Helpline) of Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

Loan application ke naam se fraud
भारत में LOAN देने के नाम से लोगो को लूटने वाला गिरोह, करीब 500 करोड़ रुपये की वसूली की बात सामने – Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

CYBER CRIME (इंडिया) – Mohit Bajaj (advocate), Cyber Crime भारत में साइबर क्राइम इतना तेज़ी से बड़ रहा है की इस पर लगाम लगाने के लिए दिन रात अलर्ट होने की ज़रूरत है, मोहित बजाज (एडवोकेट) ने बताया की मोबाइल ऐप के जरिए आसान लोन देने का लालच देकर वसूली करने वाले गिरोह के 22 लोगों को देश भर से गिरफ्तार किया गया है, आपको जान कर बड़ी हैरानी होगी की इस गिरोह का संचालन चीनी नागरिकों द्वारा किया जा रहा था और अब करीब 500 करोड़ रुपये की वसूली की बात सामने आ चुकी है, रैकेट के सदस्य कई एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके यूजर्स को लोन देने के नाम पर छोटा मोटा लालच दे कर उसको कुछ पैसा देते हैं फिर बाद में उसे चीन और हांगकांग स्थित सर्वर पर अपलोड किया जाता था।

गिरोह के सदस्य पैसे क्रेडिट होने के बाद फर्जी आईडी के आधार पर लिए गए अलग-अलग नंबरों से उपयोगकर्ताओं को कॉल करते थे और यह धमकी देते हुए पैसे की उगाही करते थे कि अगर वे मांग पूरी करने में विफल रहे तो उनकी नग्न तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी जाएंगी।

इधर, बेइज्जती होने के डर से उपयोगकर्ता पैसे का भुगतान करते थे, जिसे बाद में हवाला के माध्यम से या क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद चीन भेज दिया गया था। कथित तौर पर गिरोह के सदस्य कई खातों का इस्तेमाल कर रोजाना प्रत्येक खाते में 1 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त किए हैं, ऐप की पहचान कैश पोर्ट, रुपी वे, लोन क्यूब, वाह रुपया, स्मार्ट वॉलेट, जाइंट वॉलेट, हाय रुपया, स्विफ्ट रुपया, वॉलेटविन, फिशक्लब, यसकैश, इम लोन, ग्रोथट्री, मैजिक बैलेंस, योकैश, फॉर्च्यून ट्री, सुपरकॉइन के रूप में की गई है. पुलिस ने गिरोह के सदस्यों के पास से करीब 51 मोबाइल फोन, 25 हार्ड डिस्क, नौ लैपटॉप, 19 डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड और तीन कारें और चार लाख नकद बरामद किए है।

Mohit Bajaj