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“डिजिटल गिरफ्तारी” या “Digital Arrest”: यह क्या है और आप कैसे सुरक्षित रह सकते हैं

साइबर अपराध का एक नया तरीका जिसमे व्यक्ति ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ घोटाले का शिकार हो रहे हैं। जहां धोखेबाज custom officials अधिकारियों का रूप धारण करते हैं और डिजिटल रूप से बिना सोचे-समझे लक्ष्यों की निगरानी करते हैं, और महत्वपूर्ण रकम वसूलते हैं।

 हाल ही के एक मामले में नोएडा की एक महिला शामिल थी, जिसे एक घोटालेबाज का फोन आया, जिसने खुद को मुंबई का एक आईपीएस अधिकारी बताया। घोटालेबाज ने महिला को बताया कि मुंबई में उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल सिम कार्ड खरीदने के लिए किया गया था, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ा है।महिला को कुल 11 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए  और 3 लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन करने के लिए भी मजबूर किया गया।

फ़रीदाबाद से एक अलग मामला जिसमें एक 23 वर्षीय महिला के साथ इस रणनीति को अपनाकर साइबर अपराधियों ने 2.5 लाख रुपये वसूल लिए। जालसाजों ने, खुद को सीमा शुल्क अधिकारी बताते हुए, उसे पासपोर्ट तस्करी मामले में शामिल होने के बारे में आश्वस्त किया, और ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ से बचने के लिए उस पर 15 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए दबाव डाला। पीड़ित को 2.5 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया, और इस दौरान स्काइप को लॉग ऑफ न करने की चेतावनी दी गई।

‘डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला’ एक साइबर अपराध रणनीति है जहां धोखेबाज कानून प्रवर्तन अधिकारियों, अक्सर सीमा शुल्क अधिकारियों या पुलिस कर्मियों का रूप धारण करते हैं, ताकि व्यक्तियों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि वे मनगढ़ंत कानूनी उल्लंघनों के लिए आसन्न डिजिटल गिरफ्तारी का सामना कर रहे हैं। अपराधी तात्कालिकता और भय की भावना पैदा करने के लिए डिजिटल संचार विधियों, जैसे वीडियो संदेश या वीडियो कॉल का उपयोग करते हैं। इस घोटाले में पीड़ितों को झूठे सबूतों के साथ बरगलाना, धमकी भरी भाषा और कथित कानूनी परिणामों से बचने के लिए महत्वपूर्ण भुगतान की मांग करना शामिल है।

आप कैसे सुरक्षित रह सकते हैं

खुद को अपडेट रखें

डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले सहित धोखेबाजों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सामान्य घोटालों और युक्तियों से सावधान रहें। नवीनतम साइबर सुरक्षा खतरों के बारे में सूचित रहें।

कॉलर की identity verify करें

यदि आपको कानून प्रवर्तन अधिकारी होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति से कॉल या संदेश प्राप्त होता है, तो उनकी आधिकारिक साख और संपर्क जानकारी मांगकर उनकी पहचान सत्यापित करें। वैध अधिकारी यह जानकारी उपलब्ध कराएंगे.

घबराएं नहीं

शांत रहें और स्थिति की वैधता पर सवाल उठाएं। वास्तविक कानूनी मामलों को आम तौर पर औपचारिक प्रक्रियाओं के माध्यम से निपटाया जाता है, न कि तत्काल धमकियों के माध्यम से।

व्यक्तिगत जानकारी कभी भी साझा न करें

अज्ञात या असत्यापित व्यक्तियों के साथ व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी, जैसे सामाजिक सुरक्षा नंबर, बैंक विवरण या पासवर्ड साझा करने से बचें।

दावों की दोबारा जांच करें

यदि आपको कानूनी आरोपों के बारे में सूचित किया जाता है, तो जानकारी को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करें। किसी भी दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि करने के लिए आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपनी स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसी या कानूनी अधिकारियों से संपर्क करें।

मोहित बजाज (एडवोकेट) mohit bajaj
Happy Holi 2023 – होलिका दहन पर Mohit Bajaj (एडवोकेट) का सन्देश

ईश्वर करे आपकी जिन्दगी का हर दिन हर आने वाला पल प्यार, सुख, समृधि, आनंद, कामयाबी, और सेहत के रंगों से सरोबर हो जाय – होलिका दहन के साथ अन्याय एवं हर मुसिबल जल कर खाख हो जाए

होली की हार्दिक शुभकामनाएं

मोहित बजाज (एडवोकेट)

साइबर एक्सपर्ट

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दिल्ली: सेक्स चैट के लिए सार्वजनिक किया महिला का नंबर, साइबर एक्सपर्ट, Mohit Bajaj अधिवक्ता ने किया सावधान

मोहित बजाज (अधिवक्ता) , साइबर एक्सपर्ट – आए दिन साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है, रोज नए नए तरीको से साइबर अपराध हो रहे हैं ऐसे में एक रेल कर्मचारी द्वारा सेक्स चैट’ (अश्लील बातचीत) के लिए एक महिला का मोबाइल नंबर कथित रूप से सार्वजनिक किया गया, आरोपी पीड़ित महिला से बदला लेना चाहता था और इस काम के लिए यूट्यूब से सीखकर एक वॉट्सऐप अकाउंट बनाया था।

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Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

आरोपी की पहचान पश्चिमी करावल नगर निवासी अमित यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि अमित ने महिला से बदला लेने के लिए ऐसा किया था क्योंकि महिला ने अपने एक रिश्तेदार की बेटी से संबंध रखने को लेकर उसे डांट दिया था। डांट से ग़ुस्सा हो कर उसने बदला लेने की भावना से उस महिला का नंबर वायरल करने की कोशिश की, महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे कई नंबरों से ‘सेक्स चैट’ के लिए कई संदेश और फोन कॉल आ रहे हैं। पुलिस ने महिला के घर के आस-पास गहन पूछताछ की और अन्य इलेक्ट्रॉनिक विवरण- आईपी एड्रेस समेत- और कई नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड एकत्र किए, जिनसे उसे फोन किया गया था।
इस सन्दर्भ में साइबर एक्सपर्ट , मोहित बजाज (अधिवक्ता) ने कहा की अगर कोई भी आपको इस प्रकार से गुमराह करने की कोशिश करे तो आप डरना नहीं बल्कि सीधा सम्बंधित पुलिस स्टेशन अर्थात महिला हेल्पलाइन आदि में सूचित करें। ऐसे आरोपियों के हौसले तभी बुलंद होते हैं जब आप डरना शुरू करते हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी अमित यादव ने खुलासा किया कि वह भारतीय रेल में कैटरिंग स्टाफ के रूप में काम करता है और जनवरी 2020 में वह एक लड़की के संपर्क में आया था, जो शिकायतकर्ता की बहन थी और उसके साथ ट्रेन में यात्रा कर रही थी।

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संभलकर रहें! त्योहारों का मौसम शुरू होने के साथ ही एक्टिव हो गए साइबर अपराधी

मोहित बजाज (एडवोकेट) , साइबर एक्सपर्ट – त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है और इस दौरान ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये बड़े मार्केट को खोला गया है, ताकि लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर सेल में पूजा की खरीदारी कर सकें. दूसरी तरफ, साइबर क्रिमिनल भी ऑनलाइन शॉपिंग पर घात लगाए बैठे हैं. त्योहारों के मौसम पर बाजारों में रौनक है लोग खरीदारी में मशगूल हैं, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी लोगों का खासा रुझान है, लेकिन इन जगहों पर जरा सी असावधानी आपके बैंक खाते को खाली कर देती है।

इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं साइबर अपराधी न सिर्फ आपको आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि आपको ब्लैकमेल भी कर सकते हैं क्योंकि इन साइट्स पर कई ऐसे ऑफर रहते हैं, जिनपर क्लिक करने के साथ ही आपके मोबाइल में स्पाइवेयर, रैनसम्वेयर जैसे एप इंस्टॉल हो सकते हैं. इससे आपका डेटा चुराया जा सकता है. मामले की जानकारी देते हुए शिमोनि प्रसाद साइबर एक्सपर्ट ने बताया की अब एक नया एप भी आ गया है जिसका नाम है, “की लॉगर” जिससे आप अगर कुछ भी अपने गैजेट्स से टाइप करते हैं तो उसकी इन्फोर्मेशन साइबर अपराधी तक चली जाएगी, जिससे आपके मेल पासवर्ड के साथ अन्य इन्फॉर्मेशन भी चोरी हो सकती है.साइबर अपराधी इन दिनों फिशिंग पेज बना देते हैं और इन फिशिंग पेज पर जाने के साथ ही आप इनके शिकार हो जाते हैं. हालांकि इससे बचने का उपाय है कि आप सतर्क रहें, क्योंकि इन पेजेस का नाम भले बड़े ब्रांड से मिलता जुलता हो, लेकिन इसमें स्पेलिंग एरर होती है, जिसे हम हड़बड़ी में गौर नहीं करते है और इन पेजेस पर जाकर साइबर अपराधियों के आसान शिकार बन जाते हैं. मामले की जानकारी देते हुए रांची एसएसपी ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है और अगर बावजूद उसके वह साइबर फ्रॉड के ट्रैप में फंस जाते हैं तो तुरंत संबंधित थाने को सूचित कर सकते हैं. बहरहाल त्योहारों के मौसम में साइबर अपराधियों की भी चांदी है, ऐसे में सावधान और सतर्क रहना जरूरी है. अगर आप ठगी के शिकार हो जाते हैं तो इसकी जानकारी साइबर सेल को जरूर दें।

Mohit Bajaj (Advocate), Cyber Expert

साइबर एक्सपर्ट Mohit Bajaj (एडवोकेट) ने किया सतर्क , कहा ₹10 में खाना खाने के चक्कर में आप से हो जाएगी लाखों रुपए की Cyber ठगी

मशहूर रेस्टोरेंट के नाम पर ठगी, क्रेडिट कार्ड से 10 रुपये देकर बुक कराई थाली , और फिर ….

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