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दिल्ली: सेक्स चैट के लिए सार्वजनिक किया महिला का नंबर, साइबर एक्सपर्ट, Mohit Bajaj अधिवक्ता ने किया सावधान

मोहित बजाज (अधिवक्ता) , साइबर एक्सपर्ट – आए दिन साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है, रोज नए नए तरीको से साइबर अपराध हो रहे हैं ऐसे में एक रेल कर्मचारी द्वारा सेक्स चैट’ (अश्लील बातचीत) के लिए एक महिला का मोबाइल नंबर कथित रूप से सार्वजनिक किया गया, आरोपी पीड़ित महिला से बदला लेना चाहता था और इस काम के लिए यूट्यूब से सीखकर एक वॉट्सऐप अकाउंट बनाया था।

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Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

आरोपी की पहचान पश्चिमी करावल नगर निवासी अमित यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि अमित ने महिला से बदला लेने के लिए ऐसा किया था क्योंकि महिला ने अपने एक रिश्तेदार की बेटी से संबंध रखने को लेकर उसे डांट दिया था। डांट से ग़ुस्सा हो कर उसने बदला लेने की भावना से उस महिला का नंबर वायरल करने की कोशिश की, महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे कई नंबरों से ‘सेक्स चैट’ के लिए कई संदेश और फोन कॉल आ रहे हैं। पुलिस ने महिला के घर के आस-पास गहन पूछताछ की और अन्य इलेक्ट्रॉनिक विवरण- आईपी एड्रेस समेत- और कई नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड एकत्र किए, जिनसे उसे फोन किया गया था।
इस सन्दर्भ में साइबर एक्सपर्ट , मोहित बजाज (अधिवक्ता) ने कहा की अगर कोई भी आपको इस प्रकार से गुमराह करने की कोशिश करे तो आप डरना नहीं बल्कि सीधा सम्बंधित पुलिस स्टेशन अर्थात महिला हेल्पलाइन आदि में सूचित करें। ऐसे आरोपियों के हौसले तभी बुलंद होते हैं जब आप डरना शुरू करते हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी अमित यादव ने खुलासा किया कि वह भारतीय रेल में कैटरिंग स्टाफ के रूप में काम करता है और जनवरी 2020 में वह एक लड़की के संपर्क में आया था, जो शिकायतकर्ता की बहन थी और उसके साथ ट्रेन में यात्रा कर रही थी।

साइबर ठगों ने युवती का फोन हैक कर अश्लील वीडियो बनाया, सोशल मीडिया पर डाला..

साइबर एक्सपर्ट मोहित बजाज ने बताया कि नोएडा में साइबर ठगों द्वारा एक युवती का मोबाइल फोन हैक कर उसकी निजी जानकारी चुराने और अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया है, फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है

Mohit Bajaj (Advocate), Cyber Expert नोएडा जिले के सर्फाबाद गांव में अज्ञात साइबर ठगों द्वारा एक युवती का मोबाइल फोन हैक कर उसकी निजी जानकारी चुराने और उसका अश्लील वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले लेकर केस दर्ज कर लिया है।
साइबर एक्सपर्ट मोहित बजाज ने बताया कि सर्फाबाद गांव में रहने वाली एक युवती ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसने ऋण लेने के लिए एक एप डाउनलोड किया, उन्होंने बताया कि ऐप डाउनलोड करते ही युवती के पास फोन आने लगे और इसी बीच उसका फोन हैक कर उसकी तस्वीरों सहित निजी जानकारी चुरा ली गईं.मोहित बजाज ने बताया कि शिकायत के अनुसार, साइबर ठगों ने युवती के मोबाइल फोन से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर उसका अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल लिया. थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

RBI के अनुसार लोग फर्जी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और मोबाइल ऐप से लोन लेने से बचें. कंपनियों या एप के बारें में जानकारी जरूर चेक कर लें. ऐसी कंपनियां ग्राहकों से ज्यादा ब्याज वसूलती हैं, साथ ही इनमें कई तरह के छिपे हुआ चार्ज होते हैं, जो ग्राहकों को शुरू में पता नहीं होते. फोन के जरिए आपके पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है ।

Loan application ke naam se fraud
भारत में LOAN देने के नाम से लोगो को लूटने वाला गिरोह, करीब 500 करोड़ रुपये की वसूली की बात सामने – Mohit Bajaj (Advocate) , Cyber Expert

CYBER CRIME (इंडिया) – Mohit Bajaj (advocate), Cyber Crime भारत में साइबर क्राइम इतना तेज़ी से बड़ रहा है की इस पर लगाम लगाने के लिए दिन रात अलर्ट होने की ज़रूरत है, मोहित बजाज (एडवोकेट) ने बताया की मोबाइल ऐप के जरिए आसान लोन देने का लालच देकर वसूली करने वाले गिरोह के 22 लोगों को देश भर से गिरफ्तार किया गया है, आपको जान कर बड़ी हैरानी होगी की इस गिरोह का संचालन चीनी नागरिकों द्वारा किया जा रहा था और अब करीब 500 करोड़ रुपये की वसूली की बात सामने आ चुकी है, रैकेट के सदस्य कई एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके यूजर्स को लोन देने के नाम पर छोटा मोटा लालच दे कर उसको कुछ पैसा देते हैं फिर बाद में उसे चीन और हांगकांग स्थित सर्वर पर अपलोड किया जाता था।

गिरोह के सदस्य पैसे क्रेडिट होने के बाद फर्जी आईडी के आधार पर लिए गए अलग-अलग नंबरों से उपयोगकर्ताओं को कॉल करते थे और यह धमकी देते हुए पैसे की उगाही करते थे कि अगर वे मांग पूरी करने में विफल रहे तो उनकी नग्न तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी जाएंगी।

इधर, बेइज्जती होने के डर से उपयोगकर्ता पैसे का भुगतान करते थे, जिसे बाद में हवाला के माध्यम से या क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद चीन भेज दिया गया था। कथित तौर पर गिरोह के सदस्य कई खातों का इस्तेमाल कर रोजाना प्रत्येक खाते में 1 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त किए हैं, ऐप की पहचान कैश पोर्ट, रुपी वे, लोन क्यूब, वाह रुपया, स्मार्ट वॉलेट, जाइंट वॉलेट, हाय रुपया, स्विफ्ट रुपया, वॉलेटविन, फिशक्लब, यसकैश, इम लोन, ग्रोथट्री, मैजिक बैलेंस, योकैश, फॉर्च्यून ट्री, सुपरकॉइन के रूप में की गई है. पुलिस ने गिरोह के सदस्यों के पास से करीब 51 मोबाइल फोन, 25 हार्ड डिस्क, नौ लैपटॉप, 19 डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड और तीन कारें और चार लाख नकद बरामद किए है।

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